“बैलगाड़ी की बारात से चार्टर प्लेन तक — भारत की वेडिंग इंडस्ट्री ने तय किया विकास का अद्भुत सफर”: प्रो. एस. पी. सिंह बघेल
यूपी वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने किया है दो दिवसीय इंडियन वेडिंग कॉनक्लेव एंड एक्सपो 2025 का आयोजन
आगरा: रविवार 05 अक्टूबर 2025
वैदिक मंत्रोच्चार और शंखध्वनि की मंगल गूंज के साथ यूपी वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश का पहला ‘इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव एंड एक्सपो 2025’ रविवार को आईटीसी मुगल, ए लग्ज़री कलेक्शन रिसॉर्ट एंड स्पा में भव्यता से आरंभ हुआ।
इस दो दिवसीय आयोजन का उद्घाटन भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने दीप प्रज्वलित कर किया। उद्घाटन अवसर पर एमएलसी विजय शिवहरे, प्रोग्रामिंग कमेटी के चेयरमैन पूरन डावर, ऋतुराज खन्ना, जयदीप मेहता, आईटीसी मुगल के जनरल मैनेजर संदीपन बोस, एसोसिएशन अध्यक्ष मनीष अग्रवाल (रावी), संरक्षक राजेश गोयल, महासचिव संदीप उपाध्याय, सौरभ सिंघल, मनीष सिंघल, सनी गुप्ता, रिचा भदौरिया, सीपी चौधरी, ईमा के उपाध्यक्ष सागर पिंगोली, भुवनेश खन्ना, उपस्थित रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि भारत की वेडिंग इंडस्ट्री बैलगाड़ी की बारात से लेकर चार्टर प्लेन की बारात तक पहुँच चुकी है। यह केवल परंपरा का नहीं, बल्कि प्रगति का भी उत्सव है। आगरा वेडिंग इंडस्ट्री का प्रमुख केंद्र बन सकता है, यदि हम अपने शहर के माहौल, दृष्टिकोण और व्यवहार में बदलाव लाएँ।
अब केवल ‘पधारो म्हारे देश’ कहने से नहीं चलेगा, ज़रूरत है सही मायनों में बदलाव की। आगरा की कनेक्टिविटी, एक्सप्रेसवे, रेल और हवाई मार्ग, इसे देश के सबसे उपयुक्त वेडिंग डेस्टिनेशन में बदल सकती है।आज सुरक्षा और सुविधाओं की दृष्टि से भी आगरा पूरी तरह तैयार है। महिलाएँ मध्यरात्रि में भी सुरक्षित निकल सकती हैं। अब समय है कि हम आगरा को वेडिंग और एनिवर्सरी डेस्टिनेशन के रूप में पहचान दें।

एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल रावी ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को भारत का प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन बनाना है। उत्तर प्रदेश शादियों के लिए उत्तम प्रदेश बनाने के ध्येय को लेकर हम चल रहे हैं। आगरा, अयोध्या, मथुरा, वृंदावन और वाराणसी जैसे शहरों की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक सुविधाएं वेडिंग इंडस्ट्री को नई दिशा दे सकती हैं।महासचिव संदीप उपाध्याय ने कहा कि इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव एंड एक्सपो 2025 वेडिंग इंडस्ट्री के लिए एक साझा मंच है, जहाँ नेटवर्किंग, बिज़नेस अवसर, ट्रेंड्स की जानकारी और सांस्कृतिक संवाद एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं। यह आयोजन उत्तर प्रदेश को विवाह उद्योग के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

दीप प्रज्वलन के पश्चात आगरा, मथुरा, काशी और अयोध्या पर आधारित डेस्टिनेशन वेडिंग थीम पर एक प्रेरक वीडियो प्रदर्शित किया गया, जिसने दर्शकों को प्रदेश की सांस्कृतिक भव्यता और आधुनिक संभावनाओं से अवगत कराया।
उत्तर प्रदेश वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस आयोजन में देशभर से वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञ, उद्योगपति, होटलियर्स, डेकोरेटर्स, फैशन डिजाइनर्स, फोटोग्राफर्स और ब्यूटी एक्सपर्ट्स शामिल हुए। एक्सपो में 50 से अधिक स्टॉल्स लगाए गए हैं, जिनमें एंटरटेनमेंट कंपनियां, हवाई चार्टर सेवाएं, वेडिंग प्लानर्स, ज्वेलरी ब्रांड्स, लाइट एंड साउंड प्रोवाइडर्स, लेज़र लाइट सेटअप्स, होटल ग्रुप्स, बैंक्वेट हॉल्स और डेकोरेटर्स अपनी नवीनतम सेवाएँ और प्रोडक्ट्स प्रदर्शित कर रहे हैं। इन स्टॉल्स में मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित ब्रांड्स एवं फाइव-स्टार होटल्स भी शामिल हैं।

एक छत के नीचे शादी कि हर जरूरत हो रही पूरी
अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि एक्सपो में वैवाहिक आयोजन से संबंधित हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी वस्तु, प्लानर्स ने अपनी प्रदर्शनी लगाई है, जिसे देखने के लिए पहले ही दिन आगरा के लोगों में गजब का उत्साह रहा। करीब 1000 लोगों ने पहले दिन एक्सपो में विजिट किया। सोमवार को एक्सपो का अंतिम दिन होगा। जिन परिवारों में शादी जैसे आयोजन हो उनके लिए एक्सपो एक बेहतरीन स्थल बन सकता है।भारतीय वेडिंग इंडस्ट्री का भविष्य और संभावनाएंपहले दिन भारतीय वेडिंग इंडस्ट्री का भविष्य और वैश्विक संभावनाएं विषय पर विशेषज्ञ सत्र आयोजित हुए। शाम को इंटरनेशनल मॉडल्स द्वारा रैंप शो और ‘दीवाने-ए-ख़ास’ सूफ़ी बैंड की प्रस्तुति दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनी।
इसके साथ ही बॉलीवुड अभिनेत्री शायली भगत और महक चहल के कर कमलों द्वारा आईडब्ल्यूआईसी अवॉर्ड्स 2025 से वेडिंग इंडस्ट्री में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तित्वों और संस्थानों को सम्मानित किया गया।
पहला सत्र: वेडिंग इंडस्ट्री में नवाचार और अनुभव की भूमिकासत्र का संचालन तरुण अग्रवाल ने किया। उन्होंने क्यू इवेंट्स के एमडी ऋतुराज खन्ना और एलिमेंट डिज़ाइन्स के डायरेक्टर जगविंदर कोहली से संवाद किया।ऋतुराज खन्ना ने अपनी प्रेरक यात्रा साझा करते हुए कहा कि मैंने इस इंडस्ट्री में कम समय में बहुत कुछ सीखा। एक अच्छे वेडिंग प्लानर को वैवाहिक उद्योग से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी होना बेहद जरूरी है। एक समय ऐसा भी आया जब मैंने लगातार दस महीने घर से दूर रहकर डेस्टिनेशन वेडिंग्स आयोजित कीं।
जगविंदर कोहली ने कहा कि क्लाइंट की इच्छा के साथ-साथ एक अच्छे वेडिंग प्लानर को अपनी दूरदर्शिता का भी ध्यान रखना चाहिए। आज हर शादी में इको-फ्रेंडली यानी कम से कम वेस्टेज वाले आयोजन की डिमांड बढ़ी है। साथ ही, हर व्यक्ति अपनी शादी में घर जैसा स्नेहपूर्ण अनुभव चाहता है। दोनों वक्ताओं ने वैवाहिक आयोजनों में रचनात्मकता, संवेदनशीलता और स्थिरता को आधुनिक सफलता की कुंजी बताया।
दूसरा सत्र: भारतीय शादियों की वैश्विक पहुंच और नए डेस्टिनेशनदूसरे सत्र का संचालन संदीप उपाध्याय ने किया। उन्होंने विदेशी धरती पर भारतीय शादियों का सफल आयोजन करने वाले जयदीप मेहता और मनीष श्रीवास्तव से संवाद किया।जयदीप मेहता ने न्यूयॉर्क स्ट्रीट, इजिप्ट जैसे अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर आयोजित भव्य भारतीय शादियों के अनुभव साझा किए, वहीं मनीष श्रीवास्तव ने नेपाल को एक नए डेस्टिनेशन वेडिंग सेंटर के रूप में उभरता बताया।

मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि आधुनिक भारत का भाव वैदिक विचारों से जुड़ा हुआ है। हमें ‘न्यू मार्केट’ और ‘वैदिक वेडिंग्स’ का समावेशन करना चाहिए। जैसे हम विदेशों में थीम शादियां करते हैं, वैसे ही काशी के घाट या हिमालय की गोद में वैदिक विवाह हमारी सांस्कृतिक पहचान बन सकते हैं।
तीसरा सत्र: एक राष्ट्र, एक आवाजतीसरे सत्र का विषय ‘एक राष्ट्र, एक आवाज’ रहा। इस सत्र में राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात और इवेंट एंड एंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन (ईमा) के विशेषज्ञों के साथ उत्तर प्रदेश वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन के सभी सदस्य उपस्थित थे।सत्र के संचालक और संस्था के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा ने कहा कि वैवाहिक उद्योग को विकास और उन्नति की दिशा देने के लिए सभी को संगठित होकर कार्य करने की आवश्यकता है। यह तभी संभव है जब हर संगठन और सदस्य अपने अनुभव और संसाधनों को साझा करें और उद्योग के लिए एकजुट दृष्टिकोण अपनाएँ।सत्र में सभी संगठनों ने एक सामूहिक संकल्प लिया कि वे वेडिंग इंडस्ट्री को समृद्ध और पेशेवर बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।
चौथा सत्र: “शादियों का मूल आधार — उनका आतिथ्य”चौथा सत्र आधिकारिक रूप से आगरा के आईटीसी मुगल होटल द्वारा संचालित किया गया और इसका मुख्य विषय था “शादियों का मूल आधार — उनका आतिथ्य”। पांचवां सत्र: आगरा बन सकता है वेडिंग कॉरिडोर प्रथम दिवस के अंतिम सत्र में आगरा को वेडिंग कॉरिडोर बनाने पर मंथन हुआ जिसमें विशेषज्ञ नीरज राठी ने कहा कि आगरा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को मिलाकर, हम देश और विदेश के लिए एक प्रीमियम डेस्टिनेशन वेडिंग हब विकसित कर सकते हैं। यह न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि वैवाहिक उद्योग को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
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