लखनऊ: 11 सितम्बर, 2025
स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद उत्तर प्रदेश ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देशभर में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। यह सर्वेक्षण पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसमें शहरों का मूल्यांकन वायु गुणवत्ता सुधार और प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों के आधार पर किया गया।
शीर्ष स्थानों पर यूपी के शहर 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी
आगरा – तीसरा स्थान, कानपुर – 5वां स्थान, प्रयागराज – 7वां स्थान, वाराणसी – 11वां स्थान, गाज़ियाबाद – 12वां स्थान, लखनऊ – 15वां स्थान।
3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी
झांसी और मुरादाबाद – संयुक्त रूप से दूसरा स्थान। गोरखपुर और फिरोजाबाद – पांचवां स्थान। बरेली – सातवां स्थान।
3 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी
अनपरा – 5वां स्थान। रायबरेली -7वां स्थान। गजरौला – 23वां स्थान। खुर्जा- 26वां स्थान।

सम्मान और पुरस्कार
इस शानदार उपलब्धि के लिए आगरा, झांसी और मुरादाबाद को भारत सरकार के पर्यावरण मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया और प्रत्येक शहर को ₹25 लाख की नकद पुरस्कार राशि प्रदान की गई।नगर विकास मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने पुरस्कृत नगरों को बधाई दिया।
वायु गुणवत्ता सुधार के लिए उठाए गए कदम
उत्तर प्रदेश के शहरी निकायों ने प्रदूषण नियंत्रण और वायु गुणवत्ता सुधार के लिए कई ठोस कदम उठाए, जिनमें प्रमुख हैं-निर्माण स्थलों और मुख्य सड़कों पर धूल नियंत्रण और नियमित जल छिड़काव यांत्रिक सड़क सफाई को दिनचर्या का हिस्सा बनाना।
ई-वाहनों और गैर-मोटर चालित परिवहन को प्रोत्साहन
बड़े शहरी वन और हरित पट्टियों का विकास
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का वैज्ञानिक क्रियान्वयन
खुले में कचरा जलाने पर कड़ी कार्रवाई, नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने हेतु जन-जागरूकता अभियान
नगर विकास मंत्री श्री ए के शर्मा ने कहा-“स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 में आगरा, झांसी, मुरादाबाद सहित हमारे शहरों का बेहतरीन प्रदर्शन राज्य की सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह उपलब्धि न केवल हमारे पिछले प्रयासों की मान्यता है बल्कि आने वाले समय में और अधिक स्वच्छ, हरित और स्वस्थ शहरों के निर्माण के संकल्प को भी मजबूत करती है।”भविष्य की दिशायह उपलब्धि न केवल नगर विकास विभाग की सक्रिय कार्यप्रणाली को दर्शाती है बल्कि नागरिकों और शहरी निकायों की सामूहिक जिम्मेदारी का प्रमाण भी है। उत्तर प्रदेश सतत, स्वच्छ और जलवायु-संवेदी शहरी विकास के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनने की दिशा में लगातार नए आयाम स्थापित कर रहा है।
लखनऊ ब्यूरो






