पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के पक्ष में बन रही है सहमति
काठमांडू: 12 सितंबर 2025
सोमवार को काठमांडू में सोशल मीडिया पर सरकार के प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के विरोध में जो हिंसक आंदोलन और प्रदर्शन शुरू हुआ, उसमें मृतकों की संख्या बढ़कर 35 हो गई और 1000 से ज़्यादा लोग विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
इस आंदोलन में जो सरकारी कार्यालय और आवासों को आग के हवाले कर दिया गया था, अनुमान लगाया जा रहा है उसमें अरबों रुपए का नुकसान हुआ है।
Gen-z के प्रतिनिधियों के साथ नेपाल सेना मुख्यालय के बाहर सेना प्रमुख जनरल अशोक सिगदेल से बातचीत के बाद, प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए अधिकृत किया गया है।
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर ऑनलाइन वोट में, बहुमत ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के पक्ष में वोट दिया। 73 वर्षीय सुश्री कार्की, जो एक शिक्षाविद और नेपाल की पहली महिला सुप्रीम कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश हैं।
आंदोलन के भीतर एक अन्य समूह ने कुल मान घीसिंग का भी प्रस्ताव रखा है। नेपाल विद्युत प्राधिकरण के पूर्व प्रबंध निदेशक, श्री घीसिंग को नेपाल में वर्षों से चली आ रही बिजली कटौती की समस्या को समाप्त करने का श्रेय दिया जाता है। इस साल मार्च की शुरुआत में उन्हें विवादास्पद तरीके से ओली सरकार ने पद से हटा दिया था, जिसके कारण ओली सरकार की काफी आलोचना हुई थी।
काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह युवाओं के सबसे पहली पसंद थे, उन्होंने प्रधानमंत्री पद न लेने का फैसला किया है। बुधवार शाम को, उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वह इस दौड़ में नहीं हैं और सुश्री कार्की को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त करने के प्रस्ताव का समर्थन करेंगे।
न्यूज़ डेस्क






