5 वे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार जीत हासिल की
भारत बनाम इंग्लैंड की पांच मैच की टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल की अगुवाई में भारत ने द ओवल में खेले गए पाँचवें और अंतिम टेस्ट मैच में इंग्लैंड पर छह रनों से नाटकीय जीत हासिल की, जो ऐतिहासिक टेस्ट जीत है, जिससे श्रृंखला 2-2 से बराबर हो गई और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ड्रॉ हो गई।
भारत के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने पाँच विकेट लिए, जिनमें से तीन आखिरी दिन लिए। इस नाटकीय मैच में इंग्लैंड 374 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 367 रनों पर आउट हो गया। क्रिस वोक्स को कंधे की हड्डी में चोट के बावजूद बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
मैच के चौथे दिन हैरी ब्रुक की शतकीय पारी भी इंग्लैंड को जीत न सकी। प्रसिद्ध कृष्णा ने भी चार विकेट लिए और चौथे दिन भारत की वापसी का रास्ता साफ किया।
मैच के आखिरी दिन मोहम्मद सिराज ने ज़बरदस्त स्पेल के साथ अपनी वापसी की और तीन विकेट झटक कर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी।
मैच की आख़िरी पारी में पी कृष्ण ने 126 रन देकर 4 विकेट और मोहम्मद सिराज ने 5 विकेट लिए, वहीं आकाश दीप को 1 विकेट मिला। वाशिंगटन सुंदर और रविन्द्र जडेजा को कोई विकेट नहीं मिला।
भारत और इंग्लैंड के बीच लंबी जद्दोजहद के बाद टेस्ट सीरीज का अब समापन हो चुका है। जून में शुरू हुई पांच मैचों की सीरीज का आखिरी मैच आज भारत की ऐतिहासिक जीत के साथ खत्म हुआ। सीरीज में भारत और इंग्लैंड ने दो दो मैच अपने नाम किए, एक मैच बराबरी पर समाप्त हुआ।
इस टेस्ट सीरीज में भारत की टीम एक नए कप्तान के साथ मैदान पर उतरी थी। इस जीत के बाद खिलाड़ियों के जज़्बे को भारत की 140 करोड़ जनता ने सलाम किया।
भारत की जीत की उम्मीद खत्म हो चुकी थी लेकिन गेंदबाजों के हौंसले के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाज टिक नहीं पाए और आखिर इंग्लैंड हार गया। भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज समाप्त होने के बाद आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भी कुछ बदलाव हुआ है।
ऑस्ट्रेलिया की टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहले नंबर पर
आईसीसी की टीम टेस्ट रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया की टीम नंबर एक है। ऑस्ट्रेलिया की रेटिंग 124 है। साउथ अफ्रीका की टीम दूसरे नंबर पर है। इंग्लैंड की टीम नंबर तीन और टीम इंडिया नंबर चार पर है। इंग्लैंड की रेटिंग 112 की है, वहीं भारतीय टीम की रेटिंग इस वक्त 107 की है।
भारत को इस टेस्ट सीरीज के बाद अंकों में कोई फायदा नहीं हुआ लेकिन, इंग्लैंड जैसी टीम के घर जाकर सीरीज बराबर करना और नंबर चार की कुर्सी पर बने रहना ही उनके लिए बड़ी उपलब्धि है।






