Home / शिक्षा / ‘भारत रत्न’ एम० विश्वेश्वरैया भारत में टेक्नोलॉजी के ध्वजवाहक थे

‘भारत रत्न’ एम० विश्वेश्वरैया भारत में टेक्नोलॉजी के ध्वजवाहक थे

भारतीय इंजीनियरों ने हमारे देश के निर्माण में और दुनिया के निर्माण में भी अभूतपूर्व योगदान दिया है: स्वतंत्र देव सिंह

लखनऊ: 15 सितम्बर, 2025

उ0प्र0 इंजीनियर्स एसोसिएशन द्वारा भारत के महान् इंजीनियर भारतरत्न इं0 मोक्षगुण्ड्म विश्वेश्वरैया जी के 165वें जन्म दिवस के अवसर पर आज यहाँ ‘‘विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह‘‘ लोक निर्माण परिसर में ‘‘अभियंता दिवस समारोह‘‘ आयोजित किया गया।

उक्त समारोह के अतिविशिष्ट अतिथि श्री बृजेश सिंह, राज्यमंत्री, लोक निर्माण, उ0प्र0 सरकार द्वारा निर्माण भवन परिसर में इं0 मोक्षगुण्डम् विश्वेश्वरैया जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के उपरान्त ‘‘विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह‘‘ में एसोसिएशन द्वारा स्थापित करायी गयी इं0 विश्वेश्वरैया जी की प्रतिमा का अनावरण किया गया।

‘‘विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह‘‘ में अभियंता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि श्री स्वतंत्र देव सिंह मंत्री, जल शक्ति विभाग, उ0प्र0 सरकार एवं अतिविशिष्ट अतिथि श्री बृजेश सिंह राज्यमंत्री, लोक निर्माण, उ0प्र0 सरकार द्वारा विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह के अन्दर प्रिन्टेट तकनीक से निर्मित फाईबर ग्लास की इं0 मोक्षगुण्डम् विश्वेश्वरैया जी की प्रतिमा (बस्ट) का अनावरण किया गया।

जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने अभियंता दिवस समारोह के अवसर पर आधुनिक भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले, उत्कृष्ट अभियंता सर एम० विश्वेश्वरैया जी की जयंती पर उनका स्मरण कर उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा कि कहा कि आज का आधुनिक भारत विश्वेश्वरैया जी के ही बताए हुए मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।

‘भारत रत्न’ एम० विश्वेश्वरैया जी भारत में टेक्नोलॉजी के ध्वजवाहक थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य जैसे नदियों के बांध, ब्रिज और पीने के पानी की स्कीम आदि को कामयाब बनाने में अविस्मरणीय योगदान दिया था।जलशक्ति मंत्री ने कहा कि भारतीय इंजीनियरों ने हमारे देश के निर्माण में और दुनिया के निर्माण में भी अभूतपूर्व योगदान किया है। चाहे काम को लेकर समर्पण हो या एक अलग अनोखा दृष्टिकोण, भारतीय इंजीनियरों की दुनिया में एक अलग ही पहचान है। हमारे अभियंताओं के पास नई ताकत है, नई चेतना है, जिसके बल पर वह असंभव को संभव करने की क्षमता रखते है।

राम मंदिर से लेकर चेनाब ब्रिज तक और अटल टनल से लेकर सरदार पटेल जी की स्टेचू ऑफ यूनिटी तक, भारत में ऐसे सैकड़ों उदाहरण है जो हमारे अभियंताओं के अद्भुत कौशल को दर्शाते है। आपका कार्यकाल ऐसा होना चाहिए कि जिस जिले में आप कार्य करें वहां का गरीब से गरीब व्यक्ति आपको हमेशा याद रखे, उनका आशीर्वाद आपके साथ सदैव रहे।

जब आप जैसे अभियंताओं के माध्यम से एक गरीब किसान के खेत तक पानी पहुँचता है तो वो अपने परिवार का पेट भर पाता है, बच्चो की फीस दे पाता है।लोक निर्माण राज्य मंत्री कूँ० बृजेश सिंह ने उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित ‘अभियंता दिवस समारोह’ में उपस्थित राष्ट्र निर्माता (अभियंताओं) को अभियंता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आप सिर्फ एक अभियंता ही नहीं बल्कि इस राष्ट्र के निर्माता है।

लखनऊ ब्यूरो

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *