नई दिल्ली: गुरुवार 20 नवम्बर 2025
कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गाँधी के निरर्थक आरोपों से आजिज़ आकर बुद्धिजीवी वर्ग ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा है कि राहुल गाँधी अपनी हताशा और निराशा छुपाने के लिए भारत की संवैधानिक एजेंसीयों पर निराधार आरोप लगा कर बदनाम कर रहे हैं। जनता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि ये एजेंसीयां विपक्ष को निशाना बनाकर कार्यवाही करती हैं। झूठे सबूतों को आधार बना कर इन अनर्गल आरोपों से अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने का प्रयास करते रहे हैं।
पूर्व न्यायाधीश, नौकरशाह और राजदूतों समेत 272 हस्तियों ने राहुल गांधी को पत्र लिखा है, जिसमें उनके द्वारा इस प्रकार के आरोपों की निंदा की है। 200 से ज्यादा सदस्यों वाले इस समूह ने कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गाँधी की तरफ से भारत निर्वाचन आयोग पर लगाए जा रहे आरोपों पर नाराजगी जाहिर की है।

उ.प्र. के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने भी इस पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं। एक इंटरव्यू में बड़े कड़े शब्दों में उन्होंने कहा है कि आप (राहुल गाँधी) चुनाव आयोग पर प्रश्न चिन्ह उठाते हैं, मुझे उस पर घोर आपत्ति है। पहले अपने आप को देखें फिर दूसरों पर उंगली उठाने की जहमत करें। आप वोट चोरी कि बात करते हैं, और आपने जो वोट डकैती की है क्या उस पर कोई चर्चा होंगी। उन्होंने आगे कहा “हमारे घर में अगर कोई घुसपैठिया है, और हम उसकी जाँच कर रहे हैं SIR के अंतर्गत, तो उसमें आपको क्या दिक्कत हो रही है”। इस पत्र के एक एक शब्द से मैं सहमत हूँ और इसीलिए मैंने इस पर दस्तखत किये हैं।
आगे उन्होंने अंग्रेजी में कहा –
“I take the strongest exception to the vistest of saying that I will expose the hydrogen bomb and the atom bomb. We have fullest implicit face in our judiciary and the election commission and also our executives, and to raise questions on the integrity of election commission and to be indictive and to say that they will be persuade even after retirement is extremely in bad taste and does not be hoped from the leader of opposition to say such things. Not only the nation but all of us stay united and that is why the letter is signed by us, and there for I would say please be restrained in the allegations that you raised because they have no merit of substance.”
(अनुवाद- मुझे इस बात पर बहुत एतराज़ है कि मैं हाइड्रोजन बम और एटम बम फोड़ कर पर्दाफ़ाश करूँगा। हमारी ज्यूडिशियरी, इलेक्शन कमीशन और हमारे एग्जीक्यूटिव्स में हमारी पूरी छवि छिपी हुई है, और इलेक्शन कमीशन की ईमानदारी पर सवाल उठाना और आरोप लगाना और यह कहना कि रिटायरमेंट के बाद भी उन्हें देख लिया जाएगा, बहुत बुरा है, और विपक्ष के नेता से ऐसी बातें कहने की उम्मीद नहीं की जाती। न सिर्फ़ देश बल्कि हम सब एक हैं, और इसीलिए हमने लेटर पर साइन किए हैं, और इसलिए मैं कहूँगा कि आपने जो आरोप लगाए हैं, उन पर प्लीज़ कंट्रोल रखें क्योंकि उनमें कोई दम नहीं है)।

पत्र में यह भी लिखा है कि राहुल गाँधी द्वारा राजनीतिक हताशा को छिपाने के लिए संस्थाओं को निशाना बनाया जा रहा है। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने के प्रयासों की निंदा की गई है।
न्यूज़ डेस्क











